摘要:सामाजिक व्यवस्था में आने वाले ठहराव को स्थगित करने के उपक्रम में नवीन दृष्टी सर्वथा उपादेय होती है. स्त्री अस्मिता के नए सन्दर्भ पारंपरिक सामाजिक संरचना में महिलाओं की दशा-दिशा पर कुछ नए प्रश्न खड़े करते हैं. प्रस्तुत शोध अध्ययन मिथिला क्षेत्र के प्रथाओं का समाजशास्त्रीय विश्लेषण प्रस्तुत करता है